I started this series on my Facebook group Yaad Kiya Dil Ne on 23 Aug 20. Since then, many other members have put up these songs. Here, I shall be giving you one of my own, per day.
Last time, I gave you Beautiful Duet #45 – Ek daal par tota. So here, then, is the next one:
Song #46
Kisi raah mein kisi mod par
Raag Charukesi or Charukeshi and Rupaktal
The raag in which this most beautiful duet is composed is called Raag Charukesi or Charukeshi. It is a Raaga not of Hindustani music but of Carnatic Music. It is meant to invoke devotional feelings and pathos in the listener. In Malayalam, one of the all-time greatest songs are in Charukesi: ‘Akale akale neelaakaasam’ (from the movie ‘Midumidukki’, 1968). This was composed by Baburaj and sung by Yesudas and S. Janaki.
Some of my favourite songs in this Raag are Bainya na dharo, Bedardi balma, Chhod de saari duniya kisi ke liye, Chalo sajna jahan tak ghata chale, Shyam teri bansi pukare Radha naam, and Ek tu jo mila.
The taal is Rupaktal. A few hours back when I gave you Na jiya laage na, I told you about another song in Malgunji and Rupaktal: Ghar aaja ghir aaye badra saanwariya.
Kalyanji Anandji, Lata Mangeshkar and Mukesh
Hats off to Kalyanji Anandji for having composed the lyrics of Anand Bakshi in this Raag and they became instantly super-hit. It appears to me that were fond of Charukesi.
Lata Mangeshkar and Mukesh sang it for the 1970 movie Hamsafar (this was the title song) starring Sharmila Tagore and Jumpin’ Jack Jeetendra.
The use of word Kahin in the song invokes different feelings in different places. For example, she has her doubts in the beginning and she says: Kahin chal na dena tu chhod kar. Then there is more doubt when she says: Mera dil kahe kahin ye naa ho! Mukesh’s use is reassuring: Tujhe aa nazar mein chhupa lun main, tujhe lag naa jaaye kahin nazar! And lo, finally reassured, both sing in unison:
la : kahii.n din ye Dhal jaa_e kyaa pataa
mu : kahaa.N raat ho jaa_e kyaa Kabar
Excellent uses of the same word Kahin!!
My Own Poetry
Kahin Pe, Kabhi To…
ज़िन्दगी महज़ चंद मुलाकातें हैं,
छुप छुप के कुछ धीमी धीमी बातें हैं।
दिन तो तेज़ रफ्तार से गुज़र गए,
अब तो चुप चुप ठहरी ठहरी सी रातें हैं।
चाहने और पाने में कितनी दूरी है,
कदम बढ़ के थम गए न जाने क्या मजबूरी है,
दर्द छुपाकर बहुत घूमते हैं इस दुनिया में,
हमें देखिए जिन्हें जीने के लिए दर्द ज़रूरी है।
सब कुछ गया पर उनका खयाल नहीं गया,
ज़िन्दगी का वो सोया हुआ सवाल नहीं गया,
क्यूं मिले थे उनसे जब मिलना ना था मुकद्दर में?
सांस रुकी है पर धड़कनों का उछाल नहीं गया।
क्यूं फिर से प्यार की राह अनजान लगती है?
क्यूं वो हैं भी पर दुनिया वीरान लगती है?
क्या होना था, अभी तो कुछ हुआ ही नहीं,
क्यूं चौराहे पर खड़ी ज़िन्दगी हैरान लगती है?
समझ आए तो हो सके हमें भी खबर करना,
कुछ लम्हे संग बिताए हुए लम्हों की नज़र करना,
शाम ए तन्हाई गर खत्म ना भी हो, रवि,
धुंधले उजाले में ही ज़िन्दगी की सहर करना।
The Song
Please enjoy in Raag Charukeshi: Kis raah mein kisi mod par, kahin chal naa dena tu chhod kar….
किसी राह में किसी मोड़ पर
किसी राह में किसी मोड़ पर
कही चल ना देना तू छोडकर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
किसी हाल में किसी बात पर
कही चल ना देना छोड़कर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरा दिल कहे कही ये ना हो
मेरा दिल कहे कही ये ना हो
नहीं ये ना हो नहीं ये ना हो
किसी रोज तुझ से बिछड़ के मई
तुज़े ढूँढती फिरू दरबदर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
तेरा रंग साया बहार का
तेरा रंग साया बहार का
तेरा रूप आइना प्यार का
तुझे ा नज़र में छुपा लू
मै तुझे लग ना जाए कही नज़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
तेरा साथ हैं तो हैं ज़िन्दगी
तेरा साथ हैं तो हैं ज़िन्दगी
तेरा प्यार हैं तो हैं रोशनी
तेरा प्यार हैं तो हैं रोशनी
कहा दिन ये ढल जाए क्या पता
कहा रात हो जाए क्या खबर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
किसी राह में किसी मोड़ पर
कही चल ना देना तू छोडकर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र.
I hope you liked my choice of Beautiful Duet #46.
Please await Beautiful Duet #47 – Aaha rimjhim ke ye pyaare pyaare.