Zindagi or Jeevan Songs Series
I started this series on my Facebook group Yaad Kiya Dil Ne on 18 Oct 20. Since then, many other members have put up these songs. Here, I shall be giving you one of my own, per day.
I hope you liked my choice for Song #42 – Zindagi kaisi hai paheli haay in Zindagi or Jeevan Songs series. Let’s start with Song #43.
Song #43
Aanewala pal, jaanewala hai
Theme-word: Ho sake to ismein zindagi bita do
Exactly the Same Theme as the Raat or Din Song Today, 04 Jan 2021
Transience of Life and the need to share Love and Happiness are two recurring themes.
I wrote what I consider as my most meaningful poem. I took the title from a dialogue of Hindi movie Anand:
“Babumoshai, Zindagi Aur Maut Uparwale Ke Hath Hai Jahanpanah”
जाने कब सांस रुक जाए, गर्म खून हो जाए सर्द?
यह जो महल हमने बनाये हैं, कब हो जाएँ गर्द?
जाने कब फरमान आ जाए मौत के शेहन-शाह का?
कौन जाने कहाँ है मुकाम ज़िन्दगी की राह का?
तिनका तिनका बटोर कर बनाया है जो आशियां,
हमसफ़र ओ रहबरों का बढ़ता हुआ ये कारवां,
कठपुतलियां हैं सब, जाने किस को वह उठा ले?
आज, कल या परसों, कब, कैसे, कहाँ?
मजबूरी ओ उदासी ने बाँध दिए हैं हाथ,
दोस्तों और आशिकों का है पल दो पल का साथ;
अभी तो सुहाना दिन है, रंग है और नूर है,
जाने कब बन जाए यह सियाह अँधेरी रात?
आज हमारी बज़म से जाने कहाँ वह जाते हैं?
कल हम ज़ुबान थे, आँख अब चुराते हैं,
मेला है भाई, भीड़ में भी सब अकेले हैं,
दुनिया यूँ ही चलती है, लोग आते हैं, जाते हैं I
यही हकीकत है तो आता है ख्याल मन में,
क्यों ना खुशियों के बूटे उगाएं दिल के आँगन में?
दोस्ती हो सबसे दुश्मनी का नाम ही न हो,
सब ही खुश आमदीद हों अपने नशेमन में I
ज़िन्दगी मिल जुल के प्यारी ओ हसीन हो,
दोस्तों की यादें खूबसूरत और रंगीन हों,
ज़िन्दगी ज़िंदादिली से जियें हम ऐसे,
के मौत को भी हमारी ज़िन्दगी पर यकीन हों I
ज़ेहन में न रंजिश किसी के वास्ते हो,
“छोटी सी ये दुनिया, पहचाने रास्ते” हों,
वफायें हों, जफाओं से कोई नाता ही न हो,
दिल में गर्माहट हर किसी के वास्ते हो I
मौत के फ़रिश्ते को पुर उम्मीद मिलें हम,
वक़्त आने पे हमारे हँसते हुए निकले दम,
छोड़ जाएँ खुशियां सब अपनों के लिए,
न आंसू हों, न पशेमानी, न ख़ौफ हो, न ग़म I
ऐ खुदा, तेरा ‘रवि’ हर दम तैयार हो,
मुस्कराते ले जाना, न के जब बिमार हो,
जीते जी मेरे अपनों का हो घर संसार,
मेरे मरने पे भी उनकी ज़िन्दगी में बहार हो I
Remembering Pancham on His Death Anniversary, 04 Jan
Imagine the first song today by SD Burman and the second by his son RD Burman; even more accomplished than his father.
He could be trusted to compose songs from disco (Piya tu ab to aaja) to really serious ones (Such as in Aandhi and here).
This serious song is from the 1979 Hrishikesh Mukherjee comedy movie Gol Maal whose story was penned by no less a person than Rahi Masoom Raza. The movie starred Amol Palekar, Utpal Dutt and Bindya Goswamy. This song is picturised on Amol Palekar and Bindya.
It was penned by Gulzar who created some of the most memorable songs in association with Pancham including Aandhi songs. It was sung by Kishore Kumar.
The Lyrics
आने वाला पल जाने वाला है
हो सके तो इस में
ज़िंदगी बिता दो
पल जो ये जाने वाला है
एक बार यूँ मिली, मासूम सी कली (२)
खिलते हुए कहा
खुश पाश मैं चली
देखा तो यहीं हैं
ढूँढा तो नहीं हैं
पल जो ये जाने वाला हैं
ओ हो
आने वाला पल जाने वाला हैं
हो सके तो इस में, ज़िंदगी बिता दो
पल जो ये जाने वाला हैं
एक बार वक़्त से, लमहा गिरा कहीं (२)
वहाँ दास्तां मिली
लमहा कहीं नहीं
थोड़ा सा हँसाके
थोड़ा सा रुलाके
पल ये भी जाने वाला हैं
ओ हो
आने वाला पल जाने वाला हैं
हो सके तो इस में, ज़िंदगी बिता दो
पल जो ये जाने वाला हैं
The Song
Ladies and gentlemen, please enjoy: Aanewala pal jaanewala hai…
I hope you enjoyed my choice for Song #43 in the series.
Please await Song #44 – Tu hi re.