Zindagi or Jeevan Songs Series
I started this series on my Facebook group Yaad Kiya Dil Ne on 18 Oct 20. Since then, many other members have put up these songs. Here, I shall be giving you one of my own, per day.
I hope you liked my choice for Song #50 – Chah barbaad karegi hamen in Zindagi or Jeevan Songs series. Let’s start with Song #51.
Song #51
Woh tum na the woh hum na the
Theme-word: Bina tumhare zindagi shama hai ek mazaar ki
Songs of Regret, Repentance and Ruefulness
Today I have already given you a Zindagi song. However, in order to have 150 songs when the group is buried on 08 Mar 2021, I have decided to give you another 17. Similarly, I shall be giving you additional five and seven songs respectively in the Beautiful Duets and Raat or Din series so as to have 200 each there too. This is not counted in RRR Songs since I already have 50 there. However, the lyrics of this penned by Neeraj make it a beautiful RRR Song:
वो हम न थे, वो तुम न थे
वो हम न थे, वो तुम न थे
वो रहगुज़र थी प्यार की
लूटी जहाँ पे बेवजह पालकी बहार की
ये खेल था नसीब का, न हँस सके न रो सके
न तूर पर पहुँच सके, न दार पर ही सो सके
कहानी किससे ये कहें, चढ़ाव की उतार की
लूटी जहाँ पे बेवजह पालकी बाहर की
तुम ही थे मेरे रहनुमा, तुम ही थे मेरे हमसफ़र
तुम ही थे मेरी रोशनी, तुम ही ने मुझको दी नज़र
बिना तुम्हारे ज़िंदगी शमा है एक मज़ार की
लूटी जहाँ पे बेवजह पालकी बाहर की
ये कौन सा मुक़ाम है, फलक नहीं ज़मी नहीं
के शब नहीं सहर नहीं, के ग़म नहीं खुशी नहीं
कहाँ ये लेके आ गई हवा तेरे दयार की
लूटी जहाँ पे बेवजह पालकी बाहर की
गुज़र रही है तुमपे क्या बनाके हमको दर-ब-दर
ये सोचकर उदास हूँ, ये सोचकर है चश्मतर
ना चोट है ये फूल की, ना है ख़लिश ये ख़ार की
लूटी जहाँ पे बेवजह पालकी बाहर की
Normally, we have songs with anything more than two stanzas and these get on our nerves. However, here, even after four, you want more. Such is the excellence of Neeraj’s lyrics.
Cha Cha Cha – 1964 Movie
It was scripted and directed by Chandrashekhar who also acted as the hero of the movie and of this song. He acted opposite Helen. The songs penned by Neeraj and composed by Iqbal Qureshi became very popular:
- Subah na aayi sham na aayi – Also sung by Mohammad Rafi as this song.
- Ik chameli ke mandve tale – penned by Maqdoom Mohiuddin the poet who wrote Aapki yad aati rahi raat bhar.
- Tumse mano na mano mujhe tumse pyar hai.
- Ek lali ghar se chali.
- This song.
My Poetry
WOH TUM NA THI
तुम वह नहीं हो जिस से मैं प्यार करता था,
आँखों में आँखें डाल के इज़हार करता था.
मेरी जुबां – ऐ – नब्ज़ पे था तेरी वफ़ा का नाम,
शौक – ऐ – ज़िन्दगी को सलाम सौ – बार करता था.
क्या आलम था वह अब भी दिल को खबर है,
सेहर से ही शब – ऐ – हुस्न का इंतज़ार करता था.
नाज़ुक लबों पे गर्मी – ऐ – जज़्बात थरथराते थे,
तेरी मासूमियत – ओ – नज़ाकत से न मैं इंकार करता था.
सुबह को जब तुम शाम कह के सुनाती थी,
तेरे सजदे में झुक के मैं इकरार करता था.
उल्फत -ऐ -ज़िन्दगी में वो मक़ाम भी आये,
जब तुम थी नहीं फिर भी तेरा दीदार करता था.
काश मैं समझ सकता तेरी दगा – बाज़ी का हुनर,
तुम वह कभी थी ही नहीं जिस से मैं प्यार करता था.
This Song
Ladies and gentlemen, please enjoy: Woh hum na the woh tum na the…
I hope you enjoyed my choice for Song #51 in the series.
Please await Song #52 – Mere dushman tu meri dosti ko.