Having been born on 24 Feb 1924, he died on this day, 09 May, in the year 1988.
He was known as the Ghazal King in singing. He made good use of the tremor in his voice. He was so good at it that even the greatest singer on earth, Mohammad Rafi, tried to learn tremor from him.
I have been very fond of his singing from my childhood days.
Since the time my wife, Marilyn, was diagnosed with Alzheimer’s Disease, I tried to learn singing so as to sing to her. And, I had told myself that if and when I take up singing, I would like to sing as Talat Mahmood did.
Today, on his 24th Death Anniversary, I am giving you here, some of his songs that I sang and put up on the YouTube on my channel by the same name as this blog.
Song #1
Jalte hain jiske liye
It is from the 1959 Bimal Roy movie Sujata starring Nutan in the title role supported ably by Sunil Dutt who enacted singing this to her on telephone.
The beautiful voice that sang it is that of Talat Mahmood and this happens to be one of his most popular songs.
Ladies and gentlemen, please enjoy composition of SD Burman on the lyrics of Majrooh Sultanpuri:
जलते हैं जिसके लिये, तेरी आँखों के दिये
ढूँढ लाया हूँ वही, गीत मैं तेरे लिये
जलते हैं जिसके लिये
दर्द बनके जो मेरे दिल में रहा ढल ना सका
जादू बनके तेरी आँखों में रुका चल ना सका
आज लाया हूँ वही गीत मैं तेरे लिये
जलते हैं जिसके लिये
दिल में रख लेना इसे हाथों से ये छूटे न कहीं
गीत नाज़ुक है मेरा शीशे से भी टूटे न कहीं
गुनगुनाऊंगा यही गीत मैं तेरे लिये
जलते हैं जिसके लिये
जब तलक ना ये तेरे रस के भरे होंठों से मिले
यूँ ही आवारा फिरेगा ये तेरी ज़ुल्फ़ों के तले
गाये जाऊंगा यही गीत मैं तेरे लिये
जलते हैं जिसके लिये
Song #2
Dekh li teri khudayi
The original was sung by Talat Mahmood on the lyrics of Nyay Sharma and composition of Jaidev for the 1963 Chetan Anand movie Kinare Kinare starring his brother Dev Anand and Meena Kumari.
I am in love with this song, especially the lyrics:
देख ली तेरी खुदाई, बस मेरा दिल भर गया
तेरी रह्मत चुप रही, मैं रोते-रोते मर गया
वो बहारें नाच उठी थीं, झूम उठी थीं बदलियाँ
अपनी क़िस्मत याद आते ही मेरा दिल डर गया
मेरे मालिक क्या कहूँ, तेरी दुआओं का फ़रेब
मुझ पे यूँ छा गया, कि मुझको घर से बेघर कर गया
Song #3
Raat ne kya kya khwab dikhaye
The fact is that I have sung quite a few of his songs. This one was sung by me on his Birth Anniversary on 24 Feb. It is such a favourite with me that I started my Songs that Tug at Your Emotions series with this.
You can read all about the song here:
Songs that Tug at Your Emotions – Song #1
Song #4
Humse aaya na gaya
This song penned by Rajinder Krishan was composed by Madan Mohan in a comedy/farce Dekh Kabira Roya in Raag Bageshri/Bhimpalasi.
It was enacted by Anoop Kumar (Ashok Kumar and Kishore Kumar’s youngest brother) singing it to Shubha Khote:
हम से आया न गया तुम से बुलाया ना गया
फ़ासला प्यार में दोनों से मिटाया ना गया
वो घड़ी याद है जब तुम से मुलाक़ात हुई
एक इशारा हुआ दो हाथ बढ़े बात हुई
देखते देखते दिन ढल गया और रात हुई
वो समां आज तलक दिल से भुलाया ना गया
हम से आया न गया
क्या ख़बर थी के मिले हैं तो बिछड़ने के लिये
क़िस्मतें अपनी बनाईं हैं बिगड़ने के लिये
प्यार का बाग बसाया था उजड़ने के लिये
इस तरह उजड़ा के फिर हम से बसाया ना गया
हम से आया न गया
याद रग जाती है और वक़्त गुज़र जाता है
फूल खिलता है मगर खिल के बिखर जाता है
सब चले जाते हैं फिर दर्दे जिगर जाता है
दाग़ जो तूने दिया दिल ने मिटाया ना गया
हम से आया न गया …
Song #5
Aye dil mujhe aisi jagah le chal
This was penned by Majrooh Sultanpuri, composed by Anil Biswas and is taken from the 1950 Shaheed Latif movie Arzoo starring Dilip Kumar and Kamini Kaushal in the lead roles:
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई न हो
अपना पराया मेहरबां ना-मेहरबां कोई न हो
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल
जा कर कहीं खो जाऊँ मैं, नींद आए और सो जाऊँ मैं
नींद आए और सो जाऊँ मैं
दुनिया मुझे ढूँढे मगर मेरा निशां कोई न हो
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल
उल्फ़त का बदला मिल गया, वो ग़म लुटा वो दिल गया
वो ग़म लुटा वो दिल गया
चलना है सब से दूर दूर अब कारवां कोई न हो
अपना पराया मेहरबां ना-मेहरबां कोई न हो
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई न हो
Song #6
Meri yaad mein tum na aansu bahana
As it is, I have quite a few songs of Talat Mahmood on my channel. However, today, I recorded another to pay him tribute on his Death Anniversary.
It was sung by him for the 1951 JBH Wadia movie Madhosh starring Manher Desai and Meena Kumari.
It was penned by Raja Mehdi Ali Khan and composed by Madan Mohan in Raag Junpuri, Tal Kaherava.
Please enjoy: Meri yaad mein tum na aansu bahana…
मेरी याद में तुम न आँसू बहाना
न जी को जलाना, मुझे भूल जाना
समझना के था एक सपना सुहाना
वो गुज़रा ज़माना, मुझे भूल जाना
मेरी याद में…
जुदा मेरी मँज़िल, जुदा तेरी राहें -२
मिलेंगी न अब तेरी-मेरी निगाहें
मुझे तेरी दुनिया से है दूर जाना
मेरी याद में…
ये रो-रो के कह्ता है टूटा हुआ दिल -२
नहीं हूँ मैं तेरी मोहब्बत के काबिल
मेरा नाम तक अपने लब पे न लाना
न जी को जलाना, मुझे भूल जाना
मेरी याद में…
Song #7
Yeh hawa ye raat yeh chandni
And finally, it brings me to a song that I always wanted to sing to her.
It is from the 1952 RC Talwar movie Sangdil starring Dilip Kumar and Madhubala. The movie plot was an adaptation of Charlotte Bronte’s novel Jane Eyre.
Rajinder Krishan’s lyrics were composed by Sajjad Hussain. Music maestro Madan Mohan was so enamoured by this composition that he composed his own Tujhe kya sunayun main dilruba in the same tune and composition.
Talat Mahmood married a Bengali Christian, Latika Mullick (he himself was born in Lucknow). Later, she too converted to Islam and adopted the name of Nasreen.
I was born a Sikh and married to a Christian. I continue being a Sikh and she continues being a Catholic.
Our common language and religion are Love and Songs!