Keeping record of all your hurts and slights, Is really the most fruitless task on earth. You willfully cut out those lovely delights, That are rife with wistfulness and mirth.
What exactly are you thinking of achieving, By keeping in your heart that useless stuff? If it is a garland of memories you’re weaving, How would it help for you to be forever gruff?
Throw away that junk, make yourself free, Trust me it doesn’t do good at any rate. It’d keep you from being calm and happy, As if you carry a great avoidable weight.
He has His record-keeper, He doesn’t need, Any of us maintaining unnecessary records. Just have faith that God’s system, indeed, Will have its own demerits and rewards.
I have done a long stint in the Indian Navy that lasted for nearly thirty seven years; I rose as far as my somewhat rebellious and irreverent nature allowed me to. On retirement, in Feb 2010, the first thing that occurred to me, and those around me, was that I Flew Over the Cuckoo's Nest (you will find an article with this title in this blog) and hadn't lost all my noodles and hence thought of a blog titled 'This 'n That'. I later realised that every third blog is called 'This 'n That' and changed the name to 'Sunbyanyname'. I detest treading the beaten track. This blog offers me to air 'another way' of looking at things. The idea is not just to entertain but also to bring about a change. Should you feel differently, you are free to leave your comments. You can leave comments even when you agree and want to share your own experience about the topic of the blog post. Impudent or otherwise, I have never been insousciant and I am always concerned about the betterment of community, nation and the world. I hope the visitors of this blog would be able to discern it.
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2 thoughts on “GOOD MORNING MESSAGE #254”
Very well brought out. We must jettison unnecessary baggage and move on regardless with least baggage. After all he is there to take care of everything. It reminds me of an old Hindi song “Tumhi ne dard diya hai tumhi dawa dena”. Leave it to him and he will take care.
On 5th March we discussed about non dual equanimity SAMTA.
Even at the time of crucification, Jesus Christ asks Forgiveness for those who were behind this act, for Jesus says, “They don’t know what they are doing!”.
.
Guru Arjan Dev who is in red hot sand Cauldron,
being tortured to death and His Words are
तेरा भाणा मीठा लागे
नाम पदारथ नानक मांगे
.
It is a common wisdom statement
If you want to fly, you must Leave Behind what weighs you down,
.
It is inclusive of the Record Keeping, which leads to a strong negative emotion of revenge,
और हम भाणा मानने के बजाय नए कर्म बना लेते हैं जिसका हिसाब चुकाने के लिए कई जन्मों की यात्रा बन जाती है।
.
Guidance from the Life and times of Saints, Gurus, Avtaars
.
The life is eternity and in the cycle of our existence in the past, we might have some Unrewarded Karmas to/from another, for it to be squared in this life and so much better, otherwise Once again, one will hang upside down in the womb.
.
We may not know it for sure, but Chitragupta the record keeper of Supreme Lord, knows.
.
महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह को बहुत सारे तीरों से छलनी कर दिया गया और वह उत्तरायण तक बाणों की शैया पर रहे I
पूर्ण योगी भीष्म पितामह ने जब कृष्ण से पूछा कि मैं अपने अनेक पूर्व जन्म देख पा रहा हूं पर मैंने ऐसा कोई कर्म नहीं किया कि मुझे इस तरह बाणों की शैया पर पड़े रहना पड़े, तो कृष्ण ने कहा “एक जन्म और पीछे जाइए I”
तो भीष्म क्या देखते हैं कि राज महल में बच्चों के खेलने के मैदान में बहुत सारे केंचुए बरसात के कारण बाहर आ गए और मैदान को साफ करने के लिए बालक भीष्म ने वह केंचुए मैदान से बाहर फेंक दिए और वह कटीली झाड़ियों पर गिरे जिससे वह निकल नहीं पाए और उनकी वही मृत्यु हो गई
इसी संदर्भ में कई दिनों बाद जब पांडव द्रौपदी के साथ भीष्म पितामह को मिलने गए तब उन्होंने बड़े प्यार से सबसे ज्ञान की बातें की I द्रोपदी ने अपने मन का संशय सामने रखा की “पितामह आज आप इतनी ज्ञान की बातें कह रहे हैं तब यह ज्ञान कहां से जब बीच सभा में मेरा चीर हरण किया जा रहा था और आप सिर झुकाए बैठे थे ?”
कर्म विज्ञान को समझने के लिए भीष्म पितामह का उत्तर एक साक्ष्य के तौर पर हमेशा याद किया जाता है उन्होंने कहा “मैंने दुराचारी दुर्योधन का अन्य खाया था जिससे मेरा खून और मेरी सोच दूषित हो गई थी I इतने दिनों में तीरों के घाव से खून रिसने के कारण अब मेरे शरीर में दूषित खून नहीं है और अब मैं वही हूं जो दुर्योधन के राज सिंहासन पर बैठने से पहले था। ”
.
ख्याल रहे भीष्म पितामह महाभारत के युद्ध में निर्णायक भूमिका करने के सक्षम थे पर शिखंडी (पूर्व जन्म की अंबा) के कारण उन्हें इतनी तकलीफ दायक मृत्यु भुगतनी पड़ी I
संत महात्मा कहते हैं
जैसा खाए अन्न वैसा हो जाए मन
जैसा पिए पानी वैसी हो जाए बानी !!
.
कई जन्मो पहले किए हुए कर्म भी हमारा पीछा नहीं छोड़ते और कालांतर में उनका भुगतान करना ही पड़ता हैI पूर्व कर्मों का तो हमें नहीं पता कम से कम इस जन्म में हम ऐसे कोई कर्म ना करें कि हमारी यात्रा बहुत लंबी हो जाए
.
ऐसा बीज़ ना बीजियो जो काटन में दुःख देत
कर्म रेख अटल है सुन साचा विवेक !!
.
if we realise that any wrong done to us as a result of the past Karma and our Karma is being squared to get us closer to the Supreme, would we really bother about the minor loss, most often only by words.
.
गुरु नानक देव साहेब मैं जब कहा
#हुकुम रजाई चलना नानक लिखियाँ नाल
उन का भाव “हर परिस्थिति को ओंकार का हुकुम मानकर आदर करना” रहा I
. .
महात्मा मंगत राम ने कहा, “इक देनिया देवे, इक लैण मुकावे I”
(People come into our Lives for a Reason, A Season, or a Lifetime,
Embrace all, with Love & Affection, and don’t fret when their role in Our Life is Over)
.
#FORGIVENESS, as advised by Jesus Christ, is one of the strongest defense against the negative thought of Revenge
Our truck drivers normally write at the back of the truck
बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला
.
I was pleasantly surprised to see one who had
#बुरी_नजर_वाले, #तेरा_भी_भला_हो
I salute the person for being better than 99% of us…
.
Fact is, if someone has hurt us and we have not forgiven with the intent of getting even on the first available opportunity
We are allowing the person (who hurt us) to hurt us longer.
.
#FORGIVE (But Don’t Forget the LESSON) and #MOVE_ON,
to the Path of SUPREME LORD.
Very well brought out. We must jettison unnecessary baggage and move on regardless with least baggage. After all he is there to take care of everything. It reminds me of an old Hindi song “Tumhi ne dard diya hai tumhi dawa dena”. Leave it to him and he will take care.
#मुक_गईयां_सारियां_लैनियां_देनिया, #खू_विच_पै_गईयां_बहियां।
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On 5th March we discussed about non dual equanimity SAMTA.
Even at the time of crucification, Jesus Christ asks Forgiveness for those who were behind this act, for Jesus says, “They don’t know what they are doing!”.
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Guru Arjan Dev who is in red hot sand Cauldron,
being tortured to death and His Words are
तेरा भाणा मीठा लागे
नाम पदारथ नानक मांगे
.
It is a common wisdom statement
If you want to fly, you must Leave Behind what weighs you down,
.
It is inclusive of the Record Keeping, which leads to a strong negative emotion of revenge,
और हम भाणा मानने के बजाय नए कर्म बना लेते हैं जिसका हिसाब चुकाने के लिए कई जन्मों की यात्रा बन जाती है।
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Guidance from the Life and times of Saints, Gurus, Avtaars
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The life is eternity and in the cycle of our existence in the past, we might have some Unrewarded Karmas to/from another, for it to be squared in this life and so much better, otherwise Once again, one will hang upside down in the womb.
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We may not know it for sure, but Chitragupta the record keeper of Supreme Lord, knows.
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महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह को बहुत सारे तीरों से छलनी कर दिया गया और वह उत्तरायण तक बाणों की शैया पर रहे I
पूर्ण योगी भीष्म पितामह ने जब कृष्ण से पूछा कि मैं अपने अनेक पूर्व जन्म देख पा रहा हूं पर मैंने ऐसा कोई कर्म नहीं किया कि मुझे इस तरह बाणों की शैया पर पड़े रहना पड़े, तो कृष्ण ने कहा “एक जन्म और पीछे जाइए I”
तो भीष्म क्या देखते हैं कि राज महल में बच्चों के खेलने के मैदान में बहुत सारे केंचुए बरसात के कारण बाहर आ गए और मैदान को साफ करने के लिए बालक भीष्म ने वह केंचुए मैदान से बाहर फेंक दिए और वह कटीली झाड़ियों पर गिरे जिससे वह निकल नहीं पाए और उनकी वही मृत्यु हो गई
इसी संदर्भ में कई दिनों बाद जब पांडव द्रौपदी के साथ भीष्म पितामह को मिलने गए तब उन्होंने बड़े प्यार से सबसे ज्ञान की बातें की I द्रोपदी ने अपने मन का संशय सामने रखा की “पितामह आज आप इतनी ज्ञान की बातें कह रहे हैं तब यह ज्ञान कहां से जब बीच सभा में मेरा चीर हरण किया जा रहा था और आप सिर झुकाए बैठे थे ?”
कर्म विज्ञान को समझने के लिए भीष्म पितामह का उत्तर एक साक्ष्य के तौर पर हमेशा याद किया जाता है उन्होंने कहा “मैंने दुराचारी दुर्योधन का अन्य खाया था जिससे मेरा खून और मेरी सोच दूषित हो गई थी I इतने दिनों में तीरों के घाव से खून रिसने के कारण अब मेरे शरीर में दूषित खून नहीं है और अब मैं वही हूं जो दुर्योधन के राज सिंहासन पर बैठने से पहले था। ”
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ख्याल रहे भीष्म पितामह महाभारत के युद्ध में निर्णायक भूमिका करने के सक्षम थे पर शिखंडी (पूर्व जन्म की अंबा) के कारण उन्हें इतनी तकलीफ दायक मृत्यु भुगतनी पड़ी I
संत महात्मा कहते हैं
जैसा खाए अन्न वैसा हो जाए मन
जैसा पिए पानी वैसी हो जाए बानी !!
.
कई जन्मो पहले किए हुए कर्म भी हमारा पीछा नहीं छोड़ते और कालांतर में उनका भुगतान करना ही पड़ता हैI पूर्व कर्मों का तो हमें नहीं पता कम से कम इस जन्म में हम ऐसे कोई कर्म ना करें कि हमारी यात्रा बहुत लंबी हो जाए
.
ऐसा बीज़ ना बीजियो जो काटन में दुःख देत
कर्म रेख अटल है सुन साचा विवेक !!
.
if we realise that any wrong done to us as a result of the past Karma and our Karma is being squared to get us closer to the Supreme, would we really bother about the minor loss, most often only by words.
.
गुरु नानक देव साहेब मैं जब कहा
#हुकुम रजाई चलना नानक लिखियाँ नाल
उन का भाव “हर परिस्थिति को ओंकार का हुकुम मानकर आदर करना” रहा I
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महात्मा मंगत राम ने कहा, “इक देनिया देवे, इक लैण मुकावे I”
(People come into our Lives for a Reason, A Season, or a Lifetime,
Embrace all, with Love & Affection, and don’t fret when their role in Our Life is Over)
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#FORGIVENESS, as advised by Jesus Christ, is one of the strongest defense against the negative thought of Revenge
Our truck drivers normally write at the back of the truck
बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला
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I was pleasantly surprised to see one who had
#बुरी_नजर_वाले, #तेरा_भी_भला_हो
I salute the person for being better than 99% of us…
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Fact is, if someone has hurt us and we have not forgiven with the intent of getting even on the first available opportunity
We are allowing the person (who hurt us) to hurt us longer.
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#FORGIVE (But Don’t Forget the LESSON) and #MOVE_ON,
to the Path of SUPREME LORD.