Zindagi or Jeevan Songs Series
I started this series on my Facebook group Yaad Kiya Dil Ne on 18 Oct 20. Since then, many other members have put up these songs. Here, I shall be giving you one of my own, per day.
I hope you liked my choice for Song #22 – Babuji dheere chalna in Zindagi or Jeevan Songs series. Let’s start with Song #23.
Song #24
Log peete hain ladkhadate hain
Theme-word: Khush hain sab aur khushi nahin milati, Zinda hain Zindagi nahin milati
Hemant Kumar on Hemant Kumar
The other day (22 Nov to be exact) whilst giving you a song: Beqraar karke hamen youn na jayiye (Zindagi ki raahen ajeeb hain) in this series, I had brought out how well Hemant Kumar sang on his compositions. Beqraar karke is one. Jab jaag uthe armaan is another. These are both penned by Shakeel. However, even with Kaifi Azmi, he created similar magic, eg, Ye nayan dare dare.
This is another such song.
Kaifi Azmi
You have to give it to Kaifi for one unique attribute he had, which is, that he was able to bring out the strongest emotions through minimum words. Take Ye nayan dare dare, for example:
रात हसीं ये चाँद हसीं
पर सबसे हसीं मेरे दिलबर
और तुझसे हसीं?
और तुझसे हसीं तेरा प्यार
तू जाने ना
ये नयन डरे डरे ..
Take another one from Hanste Zakhm:
दिल की नाज़ुक रगें टूटती हैं
याद इतना भी कोई न आए
आज सोचा …
He was the master at it. Look at the lyrics of this song and you’d agree that he could bring out the maximum in minimum words:
लोग पीते हैं लड़खड़ाते हैं
दिल से दुनिया का ग़म मिटाते हैं
एक हम हैं के तेरी महफ़िल में
प्यासे आते हैं प्यासे जाते हैं
खुश हैं सब और ख़ुशी नहीं मिलती
ज़िंदा हैं ज़िन्दगी नहीं मिलती
जल रहे हैं चराग में दो के
और कहीं रोशनी नहीं मिलती
रौशनी का फरेब खाते हैं
प्यासे आते हैं प्यासे जाते हैं
लोग पीते हैं लड़खड़ाते हैं
महकी महकी हुयी फ़ज़ा को सलाम
बहकी बहकी हुई हवा को सलाम
इन बहारों से तो भली है ख़िज़ाँ
इन बहारों की हर अदा को सलाम
जिनमें सौ ज़ख्म मुस्कुराते हैं
प्यासे आते हैं प्यासे जाते हैं
लोग पीते हैं लड़खड़ाते हैं
Faraar – 1965 Movie
It was a Pinaki Bhushan Mukherjee movie and hence he took Anil Chatterjee as a hero as merchant navy officer Shankar Choudhry. One night whilst returning home from club he brings home an injured man Shekhar (Jagdev) to be seen by his dad, a doctor. He also informs Neela his sister who falls in love with this man. When Shekhar recovers, Shankar notices a change in his sister Neela. And then Shekhar is shot and the story becomes a murder mystery.
Shankar (Anil Chatterjee) enacts this song on his ship.
My Own Poetry
Zindagi Kya Kya Sikhati Hai
क्या अजब हकीकत है यह दोस्तो:
खुशी बढ़ती है बांटने से,
दर्द बांटने से घटता है,
गमगीन हों तो वक़्त बोझ है,
मुस्कराते बस यूं ही कटता है।
लेने से दौलत नहीं बढ़ती,
देने से हम होते हैं अमीर,
वो क्या गरीब जो किसी का ग़म खरीदे,
वो क्या अमीर जो बेच डाले ज़मीर?
क्या फायदा उस सच का,
जो किसी की ले ले जान,
क्यूं नफ़रत करें उस झूठ की,
जो आदमी को बना दे इंसान?
बहुत बोझ मिलते हैं उठाने को,
उठता नहीं बोझ गुनाहों का।
लोगों से तो नज़रें बचा लोगे,
क्या करिए अपनी अंदरूनी निगाहों का?
जो दूसरों के चुराएं ख्यालात,
वो तो बहुत मकबूल हैं,
वो बेचारे अकेले फिरते हैं
जिनकी अपनी तखील और असूल हैं।
सुनने देखने पे भी दोस्तो,
न करना कभी उसका यकीन,
जो मीठी मीठी बातें करे,
पर हो सांप ए आस्तीन।
The Song
Ladies and gentlemen, please enjoy: Log peete hain ladkhadate hain…
I hope you enjoyed my choice for Song #23 in the series.
Please await Song #24 – Tera man bada papi.