Zindagi or Jeevan Songs Series
I started this series on my Facebook group Yaad Kiya Dil Ne on 18 Oct 20. Since then, many other members have put up these songs. Here, I shall be giving you one of my own, per day.
I hope you liked my choice for Song #19 – Tujhe Kya Sunayun Main Dilruba in Zindagi or Jeevan Songs series. Let’s start with Song #20.
Song #20
Zindagi mein aaya toofan
Remembering Dara Singh on His Birth Anniversary 19 Nov
He was born on this day in 1928, a Punjabi Jat Sikh. Like many Punjabis before and after him, he was the epitome of gentlemanliness. He became a professional wrestler in Singapore and in the year 1954 became Rustam-e-Hind.
Two years before it, in the year 1952, he started his career as an actor in the movie Sangdil (Dilip Kumar and Madhubala with the immortal song Ye hawa ye raat ye chandini.
He emerged as a stunt actor and finally as a hero. His earthy style and Punjabi rustic way of delivering dialogues won him millions of fans. He also tried his hand at Direction and some of his movies include Nanak Dukhiya Sub Sansaar and Rustom (both of which I saw and liked).
As an actor, his unforgettable role as and in the movie Jagga made me cry. I also saw his King Kong, Rustam-e-Baghdad, Faulad, Samson and Lootera.
Aaya Toofan – 1964 Movie
I have taken this Zindagi song from the 1964 Kidar Kapoor movie Aaya Toofan starring him and Helen in the lead. Farooq Qaiser wrote the lyrics and Laxmikant Pyarelal composed them:
ज़िन्दगी में आया तूफान
ज़िन्दगी में आया तूफान
हुए आज सब पराये
दिन ये कैसे आये
दो घडी में आया तूफान
ज़िन्दगी में आया तूफान
फैली गमो की स्याही
मई हु मेरा हमराही
फैली गमो की स्याही
मई हु मेरा हमराही
ो माँगी न थी तुझसे दुनिआ
मैंने मोहब्बत चाही|
प्यार बनके आया तूफान
ज़िन्दगी में आया तूफान
हुए आज सब पराये
दिन ये कैसे आये
दो घडी में आया तूफान
ज़िन्दगी में आया तूफान
यद् करेगा जमाना
किस्मत का ये तडपना
यद् करेगा जमाना
किस्मत का ये तडपना
हो हीरो को ठुकराने वाले
चुनते है दाना दाना
हाय कैसा आया तूफान
ज़िन्दगी में आया तूफान
हुए आज सब पराये
दिन ये कैसे आये
दो घडी में आया तूफान
ज़िन्दगी में आया तूफान
As expected, the song has been sung very beautifully by Mohammad Rafi.
My Own Poetry
Toofan Se Hoon Anjaan
बात कहने से बात निकल आती है,
न कहूं तो बात बन जाती है।
बाहर तूफ़ान आने को है लेकिन,
अंदर धड़कन खामोश हुई जाती है।
इश्क़ की हवाएं तेज़ हुआ करती थीं,
लहरें उमड़ कर उनका ही दम भरती थीं।
दिल की रगें मेरी तो थीं लेकिन,
लगता था वह उनसे कुछ डरती थीं।
और फ़िर वह मुकाम भी आया,
ज़िन्दगी ने इस कदर हमें आजमाया।
जैसे दोनों के बीच आ गया हो,
भूले हुए ज़ख्मों का कोई साया।
क्या खबर उनको हो गया हूं दूर तूफ़ान से,
जैसे साहिल पे पत्थर पड़े हों बेजान से।
इन्सान तो इन्सान है लेकिन,
मैं तो बेरुख हुआ हूं भगवान से।
रहने दो यादों के शोलों को राख में,
पड़ा रहने दो मुझे वक़्त की ख़ाक में।
नहीं लगते हैं वह फूल कभी दोबारा,
एक बार टूट जो गए उस हरी शाख से।
The Song
Ladies and gentlemen, please enjoy: Zindagi mein aaya toofan…
I hope you enjoyed my choice for Song #20 in the series.
Please await Song #21 – Beqraar karke hamen youn na jayiye.