I started this series on my Facebook group Yaad Kiya Dil Ne on 18 Aug 20. Since then, many other members have put up these songs. Here, I shall be giving you one of my own, per day.
This is the Song #19 in the series. I hope you liked Song #18 – Husn chala hai ishq se milne.
Song #19
Main rickshaw wala, main rickshaw wala
Theme-word: Raat din har ghadi ek sawaal
Mehmood and Shubha Khote
They made a very good pair together; comedy with a message. You already know about their Saanjh Aur Savera song Ajhun na aaye baalma sawan beeta jaaye in which Mehmood as her music teacher, so as to progress their love, teaches her this song in Raag Madhuwanti and – hold your breath – holds the sitar like a guitar!
Indeed, a number of movies come to mind about their pairing: Beti Bete, Love in Tokyo, Bharosa, Dil Ek Mandir, Hamrahi, Ziddi, Sasural, Tumse Achha Kaun Hai, and Pocket Maar.
Chhoti Behan – 1959 Movie
This movie was directed by Prasad and starred Nanda in the title role, supported by Balraj Sahni, Rehman, Mehmood and Shobha Khote. I already talked about their duet: Main rangeela pyar ka rahi.
This movie’s songs, as was the case with Saanjh Aur Savera, were composed by Shankar Jaikishan and written by Shailendra and Hasrat Jaipuri. This song was penned by Shailendra.
As you look at the lyrics, you will realise that I have chosen a song for you, supposedly by a comedian, but, a song with a message:
मैं रिक्शावाला मै रिक्शाला हैं चार के बराबर ये दो टाँग वाला कहाँ चलोगे बाबू कहाँ चलोगे लाला मैं रिक्शावाला ... दूर दूर दूर कोई मुझको बुलाए मुझको बुलाए क्या करूँ दिल उसे भूल न पाए भूल न पाए मैं रिशतें जोरूँ दिल के मुझे ही मंज़िल पे कोई न पहुँचाए कोई न पहुँचाए मैं रिक्शावाला ... थी कभी चाँद तक अपनी ऊड़ान अपनी ऊड़ान अब ये धूल ये सड़क अपना जहाँ अपना जहाँ जो कोई देखे चौँकें उपरवाला भी सोचे ये कैसा इनसान ये कैसा इनसान मैं रिक्शावाला ... रात दिन हर घड़ी एक सवाल एक सवाल रोटीयां कम हैं क्योँ क्योँ है आकाल क्योँ है आकाल क्योँ दुनिया मे कमी हैं ये चोरी किसने की है कहाँ है सारा माल कहाँ है सारा माल मैं रिक्शावाला ...
I must also admit to you that I saw the movie when I was only a boy and two of the songs that I recall are this and Bhaiya more rakhi ke bandhan ko nibhana.
My Own Poetry
Shailendra chose to send the message through a rickshaw-wala, I chose to send it through a barber:
Corruption Ki Baat Mat Karo Bhai
Corruption की बात मत करो भाई
मैं तो ठहरा सिर्फ तुम्हारा नाइ
आपके बाल काट के चला जायूँगा
और फिर अगले महीने ही आयूंगा
यह नेता पांच साल में एक बार आता है
आपकी जेब काट के चला जाता है
रिश्वत लेने के लिए नए तरीके सोचता है
अपने साथ साथ अपने वोट भी बेचता है
मैं तो उस्तरे से करता हूँ तुम्हारी shave
ये बगैर उस्तरे के बनता है तुम्हें slave
मैं आपके बड़े हुए नाखून हूँ काटता
ये आपकी रगों से खून है चाटता
मैं बाल काटने के बाद आइना हूँ तुम्हें दिखता
ये भरी रौशनी में तारे तुम्हें गिनाता
मैं तुमसे पैसे लेके तुम्हें हूँ कुर्सी पे बिठाता
ये तुम्हारे पैसे से खुद कुर्सी पे चढ़ जाता
आप कहते हो मेरी कैंची तेज़ चलती है
इतनी तो नहीं जितनी इसकी जुबां उलगती है
आलिशान बंगले में इसकी लम्बी कार है
और कहता है के , “जनता ही की सरकार है”
मैं करता हूँ तेल लगा के तुम्हारी मालिश
ये करता है देश की दौलत को polish
मैं तुम्हारे सफ़ेद बाल करता हूँ काले
इसने करोरों रुपये swiss bank में लगा डाले
मेरे पास जो कुछ है मेरी अपनी कमाई है
इसने देश की दौलत अपने नाम करवाई है
सो मुझ से corruption की बात मत करो भाई
मैं तो ठहरा सिर्फ तुम्हारा नाइ
Ladies and gentlemen, please enjoy Mohammad Rafi singing for Mehmood: Main rickshaw-wala, main rickshaw-wala…
I hope you liked my choice of Song #19 in Raat or Din series.
Please await Song #20 – Chand phir nikla.